Saturday 22 September 2018

सार का विमान -1

गोधुली बेला का वक़्त था जब सार का विमान यहाँ शहर के बहार इस जंगल के साथ दौड़ती सड़क पर आकर टकराया था |
जिन्होंने देखा था उनको यकीं हो गया था की जो भी कोई उसमें होगा वो ज़रूर ख़तम हो गया होगा, किसीने पास जाने की हिम्मत भी नहीं करी
शायद किसीने भी खुद को मदद करने के लायक नहीं समझा | हादसा ही इतना खतरनाक था,
और फिर पल भर में वहां से सबकुछ गायब हो गया, सार का विमान भी और उसके साथ हुयी तबाही भी |
लोगो ने अपनी रुकी गाड़ियों में बैठ कर निकलने की तैयारी ही करी थी, की ये सब देखकर वो हक्के बक्के रह गए | कुछ ने इस हादसे को मोबाइल वीडियो में कैद कर लिया था, और कुछ इस मौके को चूकने का अफ़सोस कर अपनी तक़दीर को कोस रहे थे,
जिन्होंने मोबाइल से नेट पर डाल दिया था वो अपने अपलोड पर आये लाइक्स की लाइन देख कर ख़ुशी से फूले नहीं समां रहे थे |
वो नोटिफिकेशन्स से बजते अपने फ़ोन की धुन में नाच रहे थे |
लेकिन सार का क्या हुआ ?
सार सच में वहां उस हादसे में मारा गया था ?
या वो ज़िंदा था ?
हादसा जो हुआ भी था
या नहीं |
किसीको नहीं पता, न सार का नाम सुनाई पड़ा न उसका वजूद
कुछ दिन यह खबर बहुत उछली और फिर
सार की पसंदीदा मछली की तरह दूर समुन्द्र में बह गयी |

लेकिन जो हुआ था सच था
सार भी, हादसा भी

और हाँ सार ज़िंदा था
लेकिन कैसे ?
और क्या हमारे लिए ?


No comments:

Post a Comment