Friday, 13 April 2012
Pen & Pencil......- (Amit Saini)
Tuesday, 10 April 2012
बादलों की दिलेरी देखिये....
बादलों की दिलेरी देखिये,
आज अँधेरे से दोस्ती करके,
खुद काले रंग में रंगके,
हर चेहरे पे ख़ुशी खिला गए,
हर सोये फूल को जगा गए,
झूटी सफेदी के परचम को फाड़ के...
काली स्याही से मोहब्बत की लकीरें खींच गए,
आनन् फानन, हैरत, हैरानियत में लोग भागे,
चीखे चिल्लाये दबी हुई आवाजें निकालते,
ज़र्रे ज़र्रे में जान फूंकते,
बादलों की दिलेरी देखिये..,
बेमौसम, मौसम बना गए,
देखते रह गए पहरेदार,
हवाओं को धुप की सलाखों से छुड़ा ले गए....
बादलों की दिलेरी देखिये.....
Thursday, 5 April 2012
Make a Sun On Your Forehead
Make a sun on your forehead,
and walk on the beach evaporating an ocean,
Make your prescence felt,
take such long strides,
climb such heights,
Let a new fruit ripe,
whose fragrance fills land and sky,
and flavour feeds love,
spread, far and wide,
Make a sun on your forehead,
and envelope the droplets of darkness,
which from world, hide,
blessings of heaven,
radiate such light,
shine so bright,
- Amit Saini